दिल्ली : मुनि श्री तरूण सागर जी की प्रेरणा से जैन धर्म प्रेम एवं भाइचारे का संदेश देते हुए आज रोहिणी के जापानी पार्क दिल्ली में
# मुनि श्री तरूण सागर जी,
# आचार्य श्री अभयदेव जी,
# आचार्य श्री महाश्रमण एवं
# आचार्य श्री शिवमुनि जी
के सानिध्य में दोपहर 3 बजे से क्षमावाणी पर्व को राष्ट्रीय क्षमावाणी पर्व धोषित करवाने के उद्देश्य से जैन धर्म संसद हुई।
इस अवसर पर
तरुण सागर जी ने हर वर्ष अनंत चतुर्दशी के बाद आने वाले प्रथम रविवार को राष्ट्रीय क्षमावाणी दिवस मनाने की बात रखी जिसे सर्वसम्मति मिली तो,
मुनि तरूण सागर जी ने भारत सरकार से अपील की है कि वो इस दिन को गजट में लाकर स्वीकृति दे।
मुनि तरूण सागर जी ने आने वाली 2 अक्टूबर 2014 को मांस निर्यात के खिलाफ लाल किले पर 1000 लोगों के साथ धरना प्रदर्शन करने की भावना व्यक्त की।
मुनि तरूण सागर जी ने खुद को श्रमण बताते हुए महाश्रमण जी को कहा कि आप तो नाम से ही महाश्रमण है।
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खामेमि सव्व जीवे, सव्वे जीवा खमंतु मे
मित्ती मे सव्व-भूएसु, वेरं मज्झ न केणइ।।
क्रांतिकारी आचार्यो द्वारा राष्ट्रीय क्षमावाणी दिवस की पहल
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आचार्य श्री महाश्रमण के आगामी कार्यक्रम :
2014 - मर्यादा महोत्सव - गंगाशहर; चातुर्मास - दिल्ली।
2015 - मर्यादा महोत्सव - कानपुर; चातुर्मास - बिराटनगर (नेपाल)।
2016 - चातुर्मास - गुवाहाटी।
2017 - चातुर्मास - कोलकाता।
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