आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन सानिध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम
भीलवाडा द्वारा आयोजित विशाल प्रबुद्घ वर्ग सम्मेलन में हजारों बुद्घिजीवियोंने कियk **आत्म मंथन**
इंडियटीवी चैनल अध्यक्ष् मुख्य संपादक रजत शर्मा रहे वक्ता
भीलवाडा। तेरापंथ धर्म संघ्११वें अधिशास्ता, ाांतिदूत ४ से ७ दिसम्बर तक प्रवास अवसर पर दिनांक ५ सोमवार को रान्नि बजे आत्ममंथन'' का ोजन गया। फोरम तेरापंथी सभा विषय हमारा राष्ट्र -दायित्व'' था। ों जिनमें डॉक्टर, वकील, न्यायिक ाकारी, चार्टर्ड एकाउण्टेंट, कंपनी सेक्रेटीज, इंजीनियर, बैंकर्स, मबीए, व्याख्याता, शिक्षक, पन्नकार, जनप्रतिनिधि, उधोगपति, वसायी, ापारी, प्रशासनिक साहित्यसामाजिक संस्थाओं प्रतिनिध्रिाजनैतिक संगठनों पदाधिकारी आदि की उपस्थिति ने मंगल उद्बोधन प्रदान करते हुए कहा कि देश पूर्ण विकास लिए भौतिक, आर्थिक, नैतिक आध्यात्मिक आवश्यहैं। उन्होंने नेता राजनीति माध्यम से, विचारक विचारों चिंतक चिंतन सेवा कर सकते समारोह उपस्थित जैन विश्व भारती युनिवर्सिटी वाइस चांसलर समणी चरिन्नप्रा भी निर्माण्भूमिका गहराई प्रकाश डाला। मुनि रजनीशकुमार परिचय देते इसकी गतिविध्जिानकारी रखी।समारोह अतिथि वं वक्ता सुविख्यात ूज समूह संपादक, वरिष्ठ कार (आप अदालत फेम)कोई पार्टी बड नहीं बनता। तभी बनेगा जब क्ति स्वयं बदलेना और लोगों जागताकतवर बनाएगा प्रति अपने त्व निर्वहन जा सकता मीडियआज अपना सक्रिय ोगदान दे रहा समाज आई जागृति विशेष्रही जनता अहिंसा बदलने ताकत मौजूद
समारोह के विशिष्ट अतिथि राजस्थान लोक सेवा आयोग सचिव, आईएएस अधिकारी डॉ.के.पाठक ने कहा कि राजतंन्न समय कर्तव्य की बाते होती थी व ाकार गायब थे। आज लोकतंन्न में है हैं। उन्होंने कई बार प्रशासक ईमानदारी को रोड ा बना देता जिससे लोगों काम नहीं हो पाते। यदि सभी ईमानदार जाए तो कोई कावट आएगी देश तरक्की कर सकेगा। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम राष््रीय उपाध्यक्ष्संजय धारीवाल भी बुद्घिजीवी वर्ग से निर्माण्अपना सक्रिय ोगदान देने का आह्वान कियअंत मुख्य वरिष्ठ पन्नकार रजत शर्मा फोरम, भीलवाड अध्यक्ष्विनोद पीतलिया, सचिव अंकुर बोरदियतेरापंथी सभाध्यक्ष्भैलाल बापना मंन्नी ौलेन्द्र ाने स्मृति चिन्ह प्रदान सम्मानित ा। नवीन वागरेचा लक्ष्मीलाल गांधी प्रायोजक अनिल कुमार, सुनिल कुमार चौरडि यदक, पंकज ओस्तवाल नीतिन मेहता इससे पूर्व ाुभारम्भ क भानावत गीतिका माध्यम स्वागत अभिनन्दन संचालन कार्यक्रम संयआभार व्यक्त ा।
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