व्यक्तित्व के विकास में मानवाधिकार अहम
लाडनूं 16/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
व्यक्तित्व विकास में मानवाधिकारों की अहम भूमिका होती है। प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्म के साथ अधिकार लेकर आता है, लेकिन उसे प्रारंभिक अवस्था में अधिकारों का बोध नहीं होता है।
उक्त विचार मंगलवार को जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय की कॅरियर काउंसलिंग सेल की ओर से शुरू हुई दो दिवसीय व्यक्तित्व विकास विषयक कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर प्रो. बीएल फडिय़ा ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर डा. कुलदीप ने कहा कि व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास तभी होगा जब वह प्रकृति के साथ चलेगा। डा. समणी मल्लिप्रज्ञा ने कहा कि समय के प्रबंधन से व्यक्तित्व में स्वत: सुधार होता है।
कॅरियर काउंसलिंग सेल के समन्वयक डा. अमितसिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में डा. शांता जैन, डा. ममता खांडल, डा. अंशुलीला, डा. अरूणा सोनी, राकेश कंकानी, प्रगति भटनागर, तृप्ति जैन आदि उपस्थित थी। संचालन डा. जुगल दाधीच ने किया।
प्रतियोगिताओं में दिखाई प्रतिभा
लाडनूं 13/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के तहत शिक्षा विभाग के तत्वावधान में चल रही सांस्कृतिक व साहित्यिक प्रतियोगिताओं के तीसरे दिन एकल भजन, सामूहिक भजन, पोस्टर मेकिंग, सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य, सामूहिक लोकगीत व एकल लोकगीत प्रतियोगिताएं हुईं।
प्रतियोगिता के तीसरे सत्र के अतिथि कमल मुखर्जी, अरुणा गुहराय व आरती बैनर्जी थे। संयोजक डा. बीएल जैन ने बताया कि पोस्टर प्रतियोगिता में शिल्पा चौहान प्रथम, सरिता सोनी द्वितीय व संतोष शेखावत तृतीय रहीं। एकल भजन प्रतियोगिता में सरोज भाटी, गरिमा धारीवाल, इंदू भारद्वाज, सामूहिक भजन प्रतियोगिता में सुमन श्रीमाली समूह, इंदू भारद्वाज समूह, सरोज जानू समूह, एकल नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा, इंदू भारद्वाज, रचना जैन, सामूहिक लोकगीत प्रतियोगिता में गरिमा धारीवाल समूह, सरोज जानू समूह, दीपू कंवर समूह, एकल नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा, चंचल राठौड़, रचना जैन, सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा समूह, रचना जैन समूह, निर्मला समूह, मंच संचालन प्रतियोगिता में सरोज जानू, लक्ष्मी शर्मा व गरिमा धारीवाल क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिताओं के निर्णायक प्रो. दामोदर शास्त्री, राकेश जैन, डॉ. योगेश जैन, डॉ. लोपामुद्रा व डॉ. अलका गुहराय थे। संचालन मौसम पारीक ने किया।
जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं: डा. जैन
लाडनूं 11/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
जैविभा विश्व विद्यालय के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का शुभारंभ हुआ।
प्रतियोगिताओं के पहले दिन वाद-विवाद, कविता वाचन, मेहंदी व आशु भाषण प्रतियोगिताएं हुई। इस अवसर पर समणी शुभप्रज्ञा ने विद्यार्थियों को अपनी बात को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने का कौशल सीखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अपनी गलतियों से सीखते हुए विकास के नवीन आयाम स्थापित करने चाहिए।
विभागाध्यक्ष डा. बीएल जैन ने कहा कि विद्यार्थी जैविभा विश्वविद्यालय में समणियों के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं। निर्णायक नेपालचंद गंग ने परिणामों की घोषणा की। प्रतियोगिताओं के पहले दिन कविता वाचन में सरोज भाटी व इंदु भारद्वाज ने प्रथम, सना खान द्वितीय व ममता झालावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। आशु भाषण में मौसम पारीक व शिल्पा अरोड़ा ने प्रथम, ममता झालावत ने द्वितीय व संगीता दाधीच व सुमन गुर्जर ने तृतीय स्थान हासिल किया।
जनसंख्या शिक्षा में मास मीडिया की भूमिका विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता में ममता झालावत प्रथम, इंदु भारद्वाज द्वितीय व नीलम गुर्जर तृतीय स्थान पर रही। डा. मनीष भटनागर ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। संचालन ललिता पारीक ने किया।
लाडनूं 16/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
व्यक्तित्व विकास में मानवाधिकारों की अहम भूमिका होती है। प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्म के साथ अधिकार लेकर आता है, लेकिन उसे प्रारंभिक अवस्था में अधिकारों का बोध नहीं होता है।
उक्त विचार मंगलवार को जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय की कॅरियर काउंसलिंग सेल की ओर से शुरू हुई दो दिवसीय व्यक्तित्व विकास विषयक कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर प्रो. बीएल फडिय़ा ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर डा. कुलदीप ने कहा कि व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास तभी होगा जब वह प्रकृति के साथ चलेगा। डा. समणी मल्लिप्रज्ञा ने कहा कि समय के प्रबंधन से व्यक्तित्व में स्वत: सुधार होता है।
कॅरियर काउंसलिंग सेल के समन्वयक डा. अमितसिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में डा. शांता जैन, डा. ममता खांडल, डा. अंशुलीला, डा. अरूणा सोनी, राकेश कंकानी, प्रगति भटनागर, तृप्ति जैन आदि उपस्थित थी। संचालन डा. जुगल दाधीच ने किया।
प्रतियोगिताओं में दिखाई प्रतिभा
लाडनूं 13/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के तहत शिक्षा विभाग के तत्वावधान में चल रही सांस्कृतिक व साहित्यिक प्रतियोगिताओं के तीसरे दिन एकल भजन, सामूहिक भजन, पोस्टर मेकिंग, सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य, सामूहिक लोकगीत व एकल लोकगीत प्रतियोगिताएं हुईं।
प्रतियोगिता के तीसरे सत्र के अतिथि कमल मुखर्जी, अरुणा गुहराय व आरती बैनर्जी थे। संयोजक डा. बीएल जैन ने बताया कि पोस्टर प्रतियोगिता में शिल्पा चौहान प्रथम, सरिता सोनी द्वितीय व संतोष शेखावत तृतीय रहीं। एकल भजन प्रतियोगिता में सरोज भाटी, गरिमा धारीवाल, इंदू भारद्वाज, सामूहिक भजन प्रतियोगिता में सुमन श्रीमाली समूह, इंदू भारद्वाज समूह, सरोज जानू समूह, एकल नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा, इंदू भारद्वाज, रचना जैन, सामूहिक लोकगीत प्रतियोगिता में गरिमा धारीवाल समूह, सरोज जानू समूह, दीपू कंवर समूह, एकल नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा, चंचल राठौड़, रचना जैन, सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मी शर्मा समूह, रचना जैन समूह, निर्मला समूह, मंच संचालन प्रतियोगिता में सरोज जानू, लक्ष्मी शर्मा व गरिमा धारीवाल क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिताओं के निर्णायक प्रो. दामोदर शास्त्री, राकेश जैन, डॉ. योगेश जैन, डॉ. लोपामुद्रा व डॉ. अलका गुहराय थे। संचालन मौसम पारीक ने किया।
जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं: डा. जैन
लाडनूं 11/03/11 . जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
जैविभा विश्व विद्यालय के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का शुभारंभ हुआ।
प्रतियोगिताओं के पहले दिन वाद-विवाद, कविता वाचन, मेहंदी व आशु भाषण प्रतियोगिताएं हुई। इस अवसर पर समणी शुभप्रज्ञा ने विद्यार्थियों को अपनी बात को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने का कौशल सीखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अपनी गलतियों से सीखते हुए विकास के नवीन आयाम स्थापित करने चाहिए।
विभागाध्यक्ष डा. बीएल जैन ने कहा कि विद्यार्थी जैविभा विश्वविद्यालय में समणियों के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं। निर्णायक नेपालचंद गंग ने परिणामों की घोषणा की। प्रतियोगिताओं के पहले दिन कविता वाचन में सरोज भाटी व इंदु भारद्वाज ने प्रथम, सना खान द्वितीय व ममता झालावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। आशु भाषण में मौसम पारीक व शिल्पा अरोड़ा ने प्रथम, ममता झालावत ने द्वितीय व संगीता दाधीच व सुमन गुर्जर ने तृतीय स्थान हासिल किया।
जनसंख्या शिक्षा में मास मीडिया की भूमिका विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता में ममता झालावत प्रथम, इंदु भारद्वाज द्वितीय व नीलम गुर्जर तृतीय स्थान पर रही। डा. मनीष भटनागर ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। संचालन ललिता पारीक ने किया।
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