हनुमानगढ़ | टाउन के तेरापंथ भवन में पर्यूषण महापर्व के तहत तीसरे दिन बुधवार को सामायिक दिवस मनाया गया। साध्वी कनक रेखा ने कहा कि जीवन की पहली आवश्यकता है समता की साधना। किसी भी क्षेत्र में समत्व की साधना के बिना सफलता हासिल नहीं होती। सामायिक का प्रयोग समता का अभ्यास है। अभ्यास के बिना परिवर्तन संभव नहीं। सामायिक से पापकारी प्रवृत्ति का पता चलता है। इससे पहले उन्होंने भगवान महावीर के भव परंपरा का रोचक वर्णन किया। इससे पहले शुभारंभ साध्वी वृंद की मंगल-स्तुति के साथ हुआ। साध्वी केवल प्रभा ने कहा कि सामायिक शांति का अनुष्ठान है, इसे अपनाएं। महिला मंडल से सामायिक दिवस पर रानी, अंजली, पूजा, प्रेक्षा, आशा ने सुमधुर गीत की स्वर लहरियों से परिषद को संगीतमय बना दिया। सभाध्यक्ष राजेंद्र बैद ने चांदमल कावडिय़ा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मंच संचालन नीलम जैन ने किया।
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